शिरूर तहसील के रांजणगांव औद्योगिक वसाहत में महाराष्ट्र एन्वायरो पॉवर लिमिटेड कंपनी (एमईपीएल) के खिलाफ ग्राम पंचायत अण्णापुर, सरदवाड़ी, शिरूर ग्रामीण, कडेलवाड़ी, आमदाबाद, निमगांव भोगी, तडोंबाची वाड़ी, शिरूर नगर परिषद के संतप्त नागरिकों ने रांजणगांव गणपति के सामने पुणे-नगर हाईवे पर शुक्रवार सुबह आधे घंटे तक रास्ता रोको आंदोलन किया. इस वजह से पुणे-नगर मार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गईं.
5 अक्टूबर 2024 तक अगर इस कंपनी को दिया गया तथ्थर बढ़ाया गया क्षेत्र रद्द नहीं किया गया और कंपनी को स्थायी रूप से बंद नहीं किया गया, तो कंपनी के गेट पर बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा और किसान खुद कंपनी बंद करेंगे, ऐसा इशारा आंदोलनकारी नागरिकों और किसानों ने दिया है. एमईपीएल हटाओ, गांव बचाओ... जीवन बचाओ जैसे नारे इस दौरान प्रभावित गांवों के किसानों और नागरिकों ने लगाए. महाराष्ट्र प्रदूषण बोर्ड अत्यधिक प्रदूषित है, जिससे सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे में पड़ गया है. इसके कारण क्षेत्र में बीमारियां बढ़ गई हैं और नागरिकों को विभिन्न बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. संबंधित कंपनी पर सदोष मनुष्यवध का मामला दर्ज करने की मांग शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के सुरेश भोर ने की है. उन्होंने कहा कि कंपनी ने सरकार के किसी भी नियम का पालन नहीं किया है. शिवसेना उद्धव गुट के तहसील प्रमुख भोलेनाथ पडवल ने बताया कि वे इस आंदोलन के केस मुफ्त में लड़ेंगे.
क्या है मामला ?
शिरूर तहसील के रांजणगांव औद्योगिक वसाहत में महाराष्ट्र एन्वायरो पॉवर लिमिटेड से विषैला केमिकल युक्त काला पानी आसपास के नालों में बह रहा है. यह दूषित पानी जमीन में रिसकर, पीने के पानी में मिल रहा है, जिससे इस क्षेत्र के हजारों नागरिकों को कैंसर, त्वचा रोग जैसी बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन को कई बार इस बारे में बताया गया, लेकिन उसने इसे नजरअंदाज किया है. निमगांव भोगी, अण्णापुर, रामलिंग, कर्डीलवाड़ी, सरदवाड़ी, कारेगांव, शिरूर ग्रामीण, ढोकसांगवी के गांवों के नाले, कुएं, बोरवेल का पानी पूरी तरह से दूषित हो चुका है. इसलिए मांग की गई है कि महाराष्ट्र एन्वायरो पॉवर लिमिटेड को स्थायी रूप से बंद किया जाए.